General account on nature and type of damage by different arthropod pests
General account on nature and type of damage by different arthropod pests (विभिन्न आर्थोपोड्स कीटों द्वारा होने वाली क्षति की प्रकृति और प्रकार):- Arthropod pests, which include insects, mites, and other related organisms, cause significant damage to crops, stored products, and forest resources in India. These pests impact agricultural productivity, economy, and food security. The types of damage caused by arthropod pests can vary widely based on their feeding habits, life cycles, and the crops they infest.
(आर्थोपोड पीड़क, जिनमें कीट, माइट्स और अन्य संबंधित जीव शामिल हैं, भारत में फसलों, संग्रहित उत्पादों और वन संसाधनों को महत्वपूर्ण क्षति पहुंचाते हैं। ये कीट कृषि उत्पादकता, अर्थव्यवस्था और खाद्य सुरक्षा पर गहरा प्रभाव डालते हैं। इन कीटों द्वारा होने वाली क्षति उनके भोजन करने की विधि, जीवन चक्र और जिस फसल पर वे हमला करते हैं, उसके अनुसार भिन्न होता है।)
Insect Pests (कीट पीड़क):-
i. Chewing Insects (चबाने वाले कीट):- These pests feed by chewing plant tissues.
(ये कीट पौधों के ऊतकों को चबाकर खाते हैं।)
Examples (उदाहरण):- Caterpillars, Locusts, Beetles.
(कैटरपिल्लर, टिड्डी दल, बीटल्स।)
Nature of Damage (क्षति की प्रकृति):-
- Defoliation of plants, resulting in reduced photosynthesis.
(पौधों की पत्तियों को खाकर, प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया को कम करना।)
- Bored holes in leaves, stems, or fruits.
(पत्तियों, तनों, या फलों में छेद करना।)
- Skeletonization of leaves (leaving only veins).
(पत्तियों को इस प्रकार से खाना कि केवल शिराएं बचें।)
- Direct consumption of crops like maize, cotton, pulses, and vegetables.
(सीधे तौर पर मक्का, कपास, दालों और सब्जियों को खाना।)
- Locust swarms can devastate entire fields in short periods.
(टिड्डी दल के झुंड थोड़े समय में पूरे खेत को नष्ट कर सकते हैं।)
ii. Sucking Insects (रस चूसने वाले कीट):- These insects feed by sucking the sap from plants using specialized mouthparts called stylets.
(ये कीट पौधों का रस चूसने के लिए विशेष प्रकार के मुखांग का उपयोग करते हैं।)
Examples (उदाहरण):- Aphids, Whiteflies, Thrips, Planthoppers.
(एफिड्स, सफेद मक्खियां, थ्रिप्स, प्लांटहॉपर्स)
Nature of Damage (क्षति की प्रकृति):-
Direct damage (प्रत्यक्ष क्षति):- Weakening of plants due to loss of sap, leading to stunted growth, leaf curling, yellowing, and wilting.
(पौधों के रस को चूसकर पौधों को कमजोर करना, जिससे पौधों की वृद्धि रुक जाती है, पत्तियां मुड़ जाती हैं, पीली पड़ जाती हैं और मुरझा जाती हैं।)
Indirect damage (अप्रत्यक्ष क्षति):- Many sucking pests act as vectors for viral diseases (e.g., whiteflies spread Cotton Leaf Curl Virus, aphids spread mosaic viruses in legumes).
[कई रस चूसने वाले कीट वायरस रोगों के वाहक होते हैं (जैसे, सफेद मक्खियां कपास पत्ती कर्ल वायरस फैलाती हैं, एफिड्स दालों में मोज़ेक वायरस फैलाते हैं)।]
Sooty mold development (सूटी मोल्ड का विकास):- Sucking insects excrete honeydew, which promotes the growth of sooty mold on plant surfaces, reducing photosynthesis.
(रस चूसने वाले कीट शहद जैसा तरल उत्सर्जित करते हैं, जिससे पौधों की सतह पर काले कवक सूटी मोल्ड का विकास होता है, जिससे प्रकाश संश्लेषण कम हो जाता है।)
iii. Boring Insects (बोरिंग कीट):- These pests bore into plant tissues such as stems, roots, or fruits.
(ये कीट पौधों के तने, जड़ या फलों में सुरंग बनाकर प्रवेश करते हैं।)
Examples (उदाहरण):- Stem borers, Shoot borers, Fruit borers.
(तना छेदक, प्ररोह छेदक, फल छेदक)
Nature of Damage (क्षति की प्रकृति):-
- Bored holes in stems, fruits, or seeds, leading to stunted growth or fruit drop.
(तने, फलों, या बीजों में छेद करना, जिससे पौधे की वृद्धि रुक जाती है या फल गिर जाते हैं।)
- Hollowing out of plant stems, disrupting nutrient and water transport.
(तनों के अंदर सुरंग बनाना, जिससे पौधों के पोषण और जल परिवहन में रुकावट आती है।)
- Infested fruits are often rendered unmarketable due to internal damage.
(संक्रमित फल आंतरिक क्षति के कारण बाजार में बेचे नहीं जा सकते।)
iv. Gall Insects (गॉल बनाने वाले कीट):- Certain insects inject chemicals into plant tissues, causing abnormal growths called galls, which serve as protective feeding chambers for the larvae.
(कुछ कीट पौधों के ऊतकों में रसायन इंजेक्ट करते हैं, जिससे असामान्य वृद्धि होती है जिसे गॉल कहा जाता है। ये गॉल कीटों के लार्वा के लिए सुरक्षात्मक भोजन कक्ष के रूप में कार्य करती हैं।)
Examples (उदाहरण):- Gall midges (गॉल मिज)
Nature of Damage (क्षति की प्रकृति):-
- Formation of galls that deform plant tissues, reducing crop yield.
(गॉल का निर्माण जो पौधों के ऊतकों को विकृत करता है और फसल की उपज को कम करता है।)
- Disruption of normal plant growth and reproductive processes.
(पौधों की सामान्य वृद्धि और प्रजनन प्रक्रियाओं में रुकावट।)
Mite Pests (माइट पीड़क):- Mites are small arthropods that can cause severe damage, especially under dry conditions. They often feed on the undersides of leaves, causing discoloration and reduced photosynthetic activity.
(माइट छोटे आर्थोपोड होते हैं जो शुष्क परिस्थितियों में गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं। ये अक्सर पत्तियों के निचले हिस्से पर भोजन करते हैं, जिससे रंग फीका पड़ जाता है और प्रकाश संश्लेषण की क्रिया कम हो जाती है।)
Examples (उदाहरण):- Spider mites, Red spider mites.
(स्पाइडर माइट्स, रेड स्पाइडर माइट्स।)
Nature of Damage (क्षति की प्रकृति):-
- Fine mottling or speckling on leaves due to feeding.
(पत्तियों पर छोटे-छोटे धब्बे या बिंदुओं का निर्माण।)
- Premature leaf drop and defoliation in severe cases.
(गंभीर मामलों में समय से पहले पत्तियों का गिरना।)
- Reduced plant vigor and yield, especially in crops like cotton, tea, and vegetables.
(कपास, चाय, और सब्जियों जैसी फसलों में पौधों की ओज और उपज में कमी।)
Termites (दीमक):- Termites are a major pest of both agricultural crops and stored products. They are primarily soil-dwelling insects and feed on cellulose in plant materials.
(दीमक प्रमुख रूप से कृषि फसलों और संग्रहित उत्पादों के कीट हैं। ये मुख्य रूप से मिट्टी में रहने वाले कीट होते हैं और पौधों के सेलुलोज़ पर भोजन करते हैं।)
Examples (उदाहरण):- Termites (दीमक)
Nature of Damage (क्षति की प्रकृति):-
- Attack plant roots and underground parts, weakening or killing plants.
(पौधों की जड़ों और भूमिगत हिस्सों पर हमला करना, जिससे पौधों की ओज कम हो जाती है या वे मर जाते हैं।)
- Tunnel through tree trunks, weakening the structural integrity of plants.
(पेड़ के तनों में सुरंग बनाना, जिससे पौधों की संरचनात्मक शक्ति कम हो जाती है।)
- In stored products, they damage wooden structures, packaging, and stored grains.
(संग्रहित उत्पादों में लकड़ी के ढांचे, पैकेजिंग और अनाज को नुकसान पहुंचाना।)
Stored Grain Pests (संग्रहित अनाज पीड़क):- Many arthropods attack stored grains, causing significant post-harvest losses.
(कई आर्थोपोड संग्रहित अनाजों पर हमला करते हैं, जिससे कटाई के बाद महत्वपूर्ण नुकसान होता है।)
Examples (उदाहरण):- Rice weevil, Lesser grain borer, Khapra beetle.
(धान वीविल, लेसर ग्रेन बोरर, खपरा बीटल।)
Nature of Damage (क्षति की प्रकृति):-
- Infestation of stored grains leading to contamination, weight loss, and reduction in market value.
(संग्रहित अनाजों में संक्रमण, जिससे उनका भार कम हो जाता है और उनकी गुणवत्ता घट जाती है।)
- Bore holes in grains and seeds, often leaving behind webbing or frass (insect waste).
[अनाज और बीजों में छेद करना, जिससे वे दूषित हो जाते हैं।]
- Decrease in nutritional quality and germination ability of seeds.
(बीजों की पोषण गुणवत्ता और अंकुरण क्षमता में कमी।)
Wood-Boring Insects (लकड़ी छेदक कीट):- Some arthropods, particularly beetles and termites, damage forest trees and wood-based structures by boring into the wood.
(कुछ आर्थोपोड, विशेष रूप से बीटल और दीमक, जंगलों के पेड़ों और लकड़ी आधारित संरचनाओं को लकड़ी के अंदर छेदकर नुकसान पहुंचाते हैं।)
Examples (उदाहरण):- Wood-boring beetles (लकड़ी छेदक बीटल)
Nature of Damage (क्षति की प्रकृति):-
- Boreholes into the wood, causing structural weakening.
(लकड़ी में छेद बनाकर संरचनात्मक कमजोरी उत्पन्न करना।)
- Destruction of wooden furniture, buildings, and forest trees, leading to economic loss.
(लकड़ी के फर्नीचर, इमारतों और जंगलों के पेड़ों को नष्ट करना, जिससे आर्थिक नुकसान होता है।)
Polyphagous Pests (बहुभक्षी पीड़क):- Some pests are polyphagous, meaning they attack a wide range of crops. This makes them particularly dangerous as they can cause large-scale destruction across multiple agricultural sectors.
(कुछ कीट बहुभक्षी होते हैं, अर्थात् वे कई प्रकार की फसलों पर हमला करते हैं। ये कीट विशेष रूप से खतरनाक होते हैं क्योंकि वे कृषि के कई क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा सकते हैं।)
Examples (उदाहरण):- Fall armyworm, Grasshoppers and Locusts.
(फॉल आर्मीवर्म, टिड्डी और टिड्डी दल।)
Conclusion (निष्कर्ष):- In India, arthropod pests represent a major challenge for agriculture, forestry, and stored grain management. The nature and extent of damage depend on the pest species and its mode of feeding. Integrated pest management (IPM) strategies, including biological control, chemical treatments, and cultural practices, are essential to mitigate the damage caused by these pests and ensure sustainable agricultural production.
[भारत में आर्थोपोड कीट कृषि, वन और संग्रहित अनाज प्रबंधन के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करते हैं। क्षति का प्रकार और सीमा कीट प्रजातियों और उनके भोजन के तरीके पर निर्भर करती है। इन कीटों द्वारा किए गए नुकसान को कम करने और टिकाऊ कृषि उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए जैविक नियंत्रण, रासायनिक उपचार और सांस्कृतिक पद्धतियों सहित समेकित कीट प्रबंधन (IPM) रणनीतियां आवश्यक हैं।]
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